Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

sondarva minaxi

Others

3  

sondarva minaxi

Others

मुलाकात

मुलाकात

1 min
195


राधा तोहरे कन्हाजी से हमरी बात हो गई।

सपने में ही सही, हमरी मुलाकात हो गई।


किया है वादा हमसे हररोज मिलने का,

इसलिए तुम्हारी परमीशन जरूरी हो गई।

राधा तोहरे कान्हा जी.........

 

एक त्याग दिया था रुक्मणि ने,

दूसरा दिया मीराने,

अब तुमरी भी बारी आ गई।

 

राधा तोहरे कान्हा जी से हमरी बात ही गई।

सपने में ही सही, हमरी मुलाकात हो गई।


Rate this content
Log in

More hindi poem from sondarva minaxi