मुक्तक
मुक्तक
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अर्थ, मोक्ष, धर्म और काम पानी पर
कितना मुश्किल है मुकाम पानी पर
मैंने सुना है मछलियाँ गीत गाती हैं
जब भी लिखता हूँ तेरा नाम पानी पर