STORYMIRROR

Vandana mishra Vandana mishra

Others

3  

Vandana mishra Vandana mishra

Others

मन आज बोल

मन आज बोल

1 min
276

मन आज तू कुछ बोल

मेरे जज्बातों को फिर टटोल,

वक्त का जो कुछ ऐसा हसीं लम्हा

याद कर उसको मेरे अंदर खुशी की लहर घोल,

अब ना बदलना है मन करवट तू

क्योंकि तूने बहुत सी दिलासा दी है मेरे पास छोड़।



Rate this content
Log in

More hindi poem from Vandana mishra Vandana mishra