STORYMIRROR

Shankar Gorai

Others

2  

Shankar Gorai

Others

मैं हूँ

मैं हूँ

1 min
231

कहर हूँ

प्रहार हूँ

खुद में सिमटा

मैं लाखों लहर हूँ

आन हूँ

प्राण हूँ

बाणों को निकलता

मैं खुद का मकान हूँ

सब के सर पर चढ़ता

मैं जुनून हूँ

हर जुर्म को करता

मैं ही कानून हूँ


Rate this content
Log in