STORYMIRROR

Manishika Bhuwania

Others

3  

Manishika Bhuwania

Others

माँ

माँ

1 min
212

माँ, जिसने गोद मैं झुलाया,

नौ महीने पेट में रखकर,

दर्द से चिलाया,

उस माँ को मेरे तेह दिल से सलाम


माँ, जो दूख मे भी मुसकराए,

ताकि हम को बल दे सके

जो वह खो बैठी,

उस माँ को मेरे तेह दिल से सलाम


माँ, जिसने कदम कदम मे

साथ देकर बडा किया

ताकि हमारे सपने साकार हो सके

उस माँ को तहे दिल से सलाम।


Rate this content
Log in

More hindi poem from Manishika Bhuwania