मां तेरी लाडो
मां तेरी लाडो
मां तेरी नन्ही सी कली अब बड़ी होने लगी है,
वो बचपन से निकलने लगी है,
अपनी जिम्मेदारियां समझने लगी है,
वो जो तेरे आंचल में अकसर छीप जाया करती थी,
वो अब खुद से थोड़ा संभलने लगी है,
देख मां तेरी नन्ही कली बड़ी होने लगी है।
देख मां तेरी लाडो अब बढ़ने लगी है,
दुनिया से अकेले लड़ना सीखने लगी है,
आज वो समाज की भी परवाह करने लगी है,
तेरी जरूरतों को भी समझने लगी है,
अपनी पागलपंती को छोड़,
अपनी जवाबदेही की भी कदर करने लगी है
देख मां तेरी नन्ही कली बड़ी होने लगी है।
अब खुद को संभालने के साथ साथ,
परिवार को संभालना सीखने लगी है,
वो स्कूल न जाने की ज़िद करने वाली,
आज घर और नौकरी दोनों को संभालने सीखने लगी हैं,
अब वो रोंदू, आज दूसरों को हंसाना सीखने लगी हैं।
देख मां वो छोटी छोटी बात पर रूसने वाली,
अब दूसरों को भी मनाने लगी हैं।
देख मां तेरी नन्ही सी कली अब बड़ी होने लगी हैं।
तेरी लाडो अब बड़ी हो गई हैं मां,
मुझे इतना प्यार और स्नेह देने के लिए धन्यवाद मां।
