Shalaka Dhawane
Others
क्यों? कुछ भूल रहे हो?
कुछ वादे जो किये थे खुद से ही
क्या उनसे मुकर रहे हो?
जरा पूछो ना एक बार उससे
वही जो धड़कता बैठा है सीने में।
जिसको रब ने भी बिठाया है एक कोने में,
और जिसकी सुनकर हम चलते है भीड़ में।
क्यों?कुछ भूल...
सफर
उजाला