इश्क की वकालत करूंगा मैं
इश्क की वकालत करूंगा मैं
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अब इस बेदर्द इश्क की वकालत करूंगा मैं
यहां वहाँ नहीं सिधा मोहब्बत की अदालत में मुलाकात करूंगा में
तेरे इन सारे आशिकों को इंसाफ़ दिलाना मेरी जिम्मेदारी है
जानता हूँ तेरे बारे में मेरा खुद का शनि भारी है
जज मैं वकील मैं और कभी कभी तो कैदी भी बनूँगा मैं
दिल तोड़ना की सजा तेरे लिए जेल करूंगा मैं
किया जो तुमने वो ही तुम्हारे साथ खेल करूंगा मैं
कर रहा खड़ा इश्क़ को कटघरे में बेशक शर्मिंदा हूँ
ताज्जुब तो इस बात का है की तेरे जानें के बाद अब भी जिन्दा हूँ मैं...