ऐ विहग, नहीं ये हिन्द तेरा कहाँ नीढ़, कहाँ खग वृन्द तेरा ? ऐ विहग, नहीं ये हिन्द तेरा कहाँ नीढ़, कहाँ खग वृन्द तेरा ?