भारत के वीर
भारत के वीर
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
1 min
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
17
है कई गुमनाम वीर अभी , जिन पर बात बाकी है ।
नहीं हुआ तमस का अंत अभी , कुछ रात बाकी है ।।
कई वीर शहीद हुए हैं , सीवर लाइन के मैदानों में ।
भारत निर्माण की नींव लगाते , कोयले की खदानों में ।।
जिस्म चीरती ठंड में , नँगे बदन जो अलाव तपते हैं ।
लहलहाती फसलों के खातिर , इंद्र की माला जपते हैं ।।
हाथ हथोडा , छेनी , गैंती , और करनी का वो ज्ञाता है ।
उसके अनवरत पसीने से भारत विकास कर जाता है ।।
कुछ नायक है जिनके हाथों में बम नहीं , चाक-डस्टर है ।
उनके सांचे में ढलते रोज वैज्ञानिक डॉक्टर कलक्टर है ।।
हिमगिरि से बाहड़मेर की तपती रेतों में गश्त लगाते हैं ।
घर की यादों के विष को वो अमृत समझ पी जाते हैं।।
है बार हजार प्रणाम , इस देश के तमाम ऐसे वीरों को ।
सरहद पर उठनी वाली सेना की चमकती शमशीरों को ।।