अहसास
अहसास
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
1 min
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
283
एक खूबसूरत सा अहसास,
जो होता है सदा मेरे पास,
जिसे उकेरना चाहती हूँ मैं,
कलम से, सफेद पन्नों पर,
अपने खयालों की दुनिया,
को बसा लेना चाहती हूँ मैं,
जी भर के जीना चाहती हूँ,
ले कर जज्बातों का सहारा,
चुरा लेना चाहती हूं वो हसीं,
पल जिन्हें याद कर उँगलियाँ,
बरबस मचल उठतीं हैं थामने,
को कुछ कागज़ और कलम।।