आह्वान
आह्वान
तू है भारत का बलवान बड़ा ,
क्यों बीच राह में आज तू है खड़ा।
तुमने ही तो बनाया भारत को विश्व गुरु,
तू ही है मेरे भारत का गर्वीला कल्पतरू।
तुमने ही अंग्रेजों को देश से खदेड़ा,
तुमने ही संगीत का मधुराग छेड़ा।
तू ही बना तिलक और गांधी ,
तेरे बल पर ही छाई देशव्यापी आंधी।
तुमने ही किया फाँसी के फंदे का स्वागत,
तू ही है मेरे भारत का सबसे बड़ी ताकत।
हर भारतवासी को तुमसे है एक आशा,
तू ही सिखाएगा दुनिया को प्रेम की भाषा।
तेरा पथ है कंटीला और पथरीला,
हरा भरा कर इस देश को तू है माली गर्वीला।
तेरा पथ रोकेगी कई तितलियां रंगीली,
दूर नहीं जाने देगी तेरी प्रिया हठीली।
तुम बढ़ता चल अभी दूर है मंजिल तेरी,
तू क्यों सोया है हुआ सवेरा बज गई रणभेरी।
तू मेरे भारत का भावी आधार है,
तेरे कंधों पर इस देश का भार है।
सबको है तुझसे आशाएं अपार,
तुझको करना होगा विकट समुंदर पार।
तू है मेरे भारत का भावी आधार
तेरे कंधों पर है देश का भार।
