आदमी फिर आदमी से दूर होना चाहिऐ अब यही क्या मुल्क़ का दस्तूर होना चाहिऐ सब सरों पर हो कफ़न ये आस जि... आदमी फिर आदमी से दूर होना चाहिऐ अब यही क्या मुल्क़ का दस्तूर होना चाहिऐ सब सरो...
आदमी हो आदमी सा व्यवहार कीजिऐ आदमी हो आदमी सा व्यवहार कीजिऐ
रोज उठकर सबेरे पेट के जुगाड़ में, क्या न क्या करता रहा है आदमी बाजार में। रोज उठकर सबेरे पेट के जुगाड़ में, क्या न क्या करता रहा है आदमी बाजार में।