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खूब हंसेगा खूब खेलेगा मां का शेर कहलाएगा। खूब हंसेगा खूब खेलेगा मां का शेर कहलाएगा।
प्रेम है, तभी प्रकृति है, जीव हैं और असंख्य संभावनाएं है। प्रेम है, तभी प्रकृति है, जीव हैं और असंख्य संभावनाएं है।
उठो ,चलो, गिरो मगर रूको नहीं, रूको नहीं! उठो ,चलो, गिरो मगर रूको नहीं, रूको नहीं!