मेरे अल्फ़ाज मेरी पहचान होंगे जहां भी लिखेंगे, वहीं अमिट निशान होंगे, कुछ ऐसा क़िरदार निभा जायेंगे हर जुबां पे मरजाणा तेरे नाम होंगे..!!
कि काश वो हसीन लम्हा बनेगा हकीकत इसी राह में। कि काश वो हसीन लम्हा बनेगा हकीकत इसी राह में।
फूल भी हूँ शूल भी मैं कुलों की आन-बान हूँ, फूल भी हूँ शूल भी मैं कुलों की आन-बान हूँ,
बासंती मदमस्त पवन खिलखिलाते पंखुड़ियों से बासंती मदमस्त पवन खिलखिलाते पंखुड़ियों से
बेख़ौफ ग़र चलोगे इरादों को साथ लेकर यूँ चर्चे अपनी मोहब्बत के दिन-रात भी होंगें, बेख़ौफ ग़र चलोगे इरादों को साथ लेकर यूँ चर्चे अपनी मोहब्बत के दिन-रात भी होंगें...