शब्द मेरे प्राण हैं ....Writer
शाखा शाखा नव पल्लव है, पूरित पराग से कली कली। शाखा शाखा नव पल्लव है, पूरित पराग से कली कली।
ज्ञान दीप ले प्रज्ञा जन्मी प्रकृति ने किया अभिनन्दन। ज्ञान दीप ले प्रज्ञा जन्मी प्रकृति ने किया अभिनन्दन।