I'm jaya and I love to read StoryMirror contents.
वैतरणी पार कराने वाले , "महाविद्यालय" तुझे प्रणाम है|| वैतरणी पार कराने वाले , "महाविद्यालय" तुझे प्रणाम है||
अब पास नहीं मगर साथ है वो, मेरे भीतर विद्यमान है...! अब पास नहीं मगर साथ है वो, मेरे भीतर विद्यमान है...!
जो आसमान आँखों में है, उसे कदमों के नीचे लाना है...! जो आसमान आँखों में है, उसे कदमों के नीचे लाना है...!
'विजय पताका है हाथों में, नभ में उसे फहराना है। रक्त पसीना एक हो चाहे, अब कोसो ऊपर जाना है।' कुछ कर ... 'विजय पताका है हाथों में, नभ में उसे फहराना है। रक्त पसीना एक हो चाहे, अब कोसो ऊ...