अपने वजूद को तलाशता एक मुसाफिर
आज की कहानी एक पति के प्रेम की पराकाष्ठा को समर्पित है। आज की कहानी एक पति के प्रेम की पराकाष्ठा को समर्पित है।
तू यार आज ऐसी बातें कैसे कर रही है पहले तो तूने कभी नहीं की थी तू यार आज ऐसी बातें कैसे कर रही है पहले तो तूने कभी नहीं की थी
पति पत्नी दोनों मिल जाए तो जिंदगी की कितनी भी बड़ी मुश्किल से आसानी से निकल सकते हैं ! पति पत्नी दोनों मिल जाए तो जिंदगी की कितनी भी बड़ी मुश्किल से आसानी से निकल सकते...
3 दिन बाद एक्सीडेंट की एक रिपोर्ट बनाकर बॉडी यशवंतराव तक पहुंचा दूंगा। 3 दिन बाद एक्सीडेंट की एक रिपोर्ट बनाकर बॉडी यशवंतराव तक पहुंचा दूंगा।