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तनय नहीं तनया हूँ स्वर्ण थी मैं तपकर हो गई कुंदन फिर भी मेरा मोल नहीं तनय नहीं तनया हूँ स्वर्ण थी मैं तपकर हो गई कुंदन फिर भी मेरा मोल नहीं
प्रेयसी बनी निशा अपने ही श्रंगार पर मुग्ध हो रहा हरसिंगार तिमिर की चादर पे बिखरें हैं प्रेयसी बनी निशा अपने ही श्रंगार पर मुग्ध हो रहा हरसिंगार तिमिर की चादर पे ...