सफर में हूँ, इस यकीं के साथ, खुदा साथ है
Share with friendsचूँकि, अम्मी एक सभ्य समाज की सभ्य औरत भी है , उसे पता है मान-मर्यादा,इज़्ज़त किसको कहते हैं। उसे बताया गया कि एक अच्छी बहू...
Submitted on 24 Dec, 2016 at 09:10 AM
अजनबी है !! कहीं से भूल-भटककर आया होगा। परन्तु, इसे तो गाँव में जाना चाहिए। यहाँ इस बाज़ार में कौन रहता है ,दिन में थोड़...
Submitted on 06 Mar, 2016 at 12:29 PM