Poem,story, Quote,writter n reader
मैं दीप प्रज्वलित हूँ आज इस दीपावली के पर्व पर। मैं दीप प्रज्वलित हूँ आज इस दीपावली के पर्व पर।
क्या मुझे अधिकार नहीं सुंदर, वांछित जीवन जीने का ? क्या मुझे अधिकार नहीं सुंदर, वांछित जीवन जीने का ?