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अन्त में मैं यही कहूँगा की ईश्वर के प्रति अपने अंदर सही अवधारणा उत्पन्न करनी चहिए। अन्त में मैं यही कहूँगा की ईश्वर के प्रति अपने अंदर सही अवधारणा उत्पन्न करनी चहि...
सभी जगह सिर्फ किताबी ज्ञान या रचनात्मक कला एवं ललित कला ही काम नहीं आता। सभी जगह सिर्फ किताबी ज्ञान या रचनात्मक कला एवं ललित कला ही काम नहीं आता।
अगर हम गरीब हैं तो उसका जिम्मेवार हम हैं। अगर हम गरीब हैं तो उसका जिम्मेवार हम हैं।