गीतकार, छंदकार, समाज व मानवता को समर्पित साहित्यकार
बिद्ध ज्योति-द्वय से मन जैसे अम्बर और चपल बादल है। बिद्ध ज्योति-द्वय से मन जैसे अम्बर और चपल बादल है।
पूर्व के संवाद पढ़ना सब प्रतीक्षा के पलों में पोटली ज्यों पत्र वाली खोलकर के बांचना पूर्व के संवाद पढ़ना सब प्रतीक्षा के पलों में पोटली ज्यों पत्र वाली खोलकर ...
ऊँगली के मृदु स्पर्शों से तन में सिहरन जाग उठे, उठते लाखों भाव मनस में, तब चेहरे पर फाग उठे......... ऊँगली के मृदु स्पर्शों से तन में सिहरन जाग उठे, उठते लाखों भाव मनस में, तब चेहरे...