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समझ रहा था वेदना, व्याकुलता धरा की, पर था लाचार वो, देख रहा धरा को मिलना चाह रहा था । समझ रहा था वेदना, व्याकुलता धरा की, पर था लाचार वो, देख रहा धरा को मिलना चाह रहा...