Government Teacher Posted at Maharajganj District
उड़ाते थे अक्सर सबकी जो खिल्ली परेशां परेशां उन्हें देखते हैं। उड़ाते थे अक्सर सबकी जो खिल्ली परेशां परेशां उन्हें देखते हैं।
सबकुछ शिवमय है हो जाता, सा...वन तेरे आ जाने पे। सबकुछ शिवमय है हो जाता, सा...वन तेरे आ जाने पे।
मन चंचल सा हो जाता है, सावन तेरे आ जाने पे सबकुछ शिवमय हो जाता है सावन तेरे आ जाने पे। मन चंचल सा हो जाता है, सावन तेरे आ जाने पे सबकुछ शिवमय हो जाता है सावन तेरे ...
हाँ- वक़्त के साथ कुछ सवालात बदले हैं।। हाँ- वक़्त के साथ कुछ सवालात बदले हैं।।