I'm Ashutosh and I love to read StoryMirror contents.
आज मैने हर इंसान को डरा सा देखा आज मैने अपने शहर को वीरान देखा आज मैने हर इंसान को डरा सा देखा आज मैने अपने शहर को वीरान देखा
तू फिर खुदा ही क्यूँ हैं तू फिर खुदा ही क्यूँ हैं
आज मैंने सागर से बात की डराना चाह रहा था वो मुझे शोर कर रहा था,,चिल्ला रहा था कि जा आज मैंने सागर से बात की डराना चाह रहा था वो मुझे शोर कर रहा था,,चिल्ला रहा...