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बहुत याद आएंगे ये कॉलेज के दिन ये कॉलेज का जमाना, दोस्तों से मज़ाक और दोस्तों का रूठना-मनाना। बहुत याद आएंगे ये कॉलेज के दिन ये कॉलेज का जमाना, दोस्तों से मज़ाक और दोस्तों का...
द्वितीय वर्ष में आते -आते हम भी अध्यापक की नज़रों से बच कर शैतानी करने लगे थे, द्वितीय वर्ष में आते -आते हम भी अध्यापक की नज़रों से बच कर शैतानी करने लगे थे,
सपनों की हकीकत...! सपनों की हकीकत...!