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या सिर्फ एक रस्म निभाई है हाँ इसी हिन्दी से हमने नज़रें चुराई है। या सिर्फ एक रस्म निभाई है हाँ इसी हिन्दी से हमने नज़रें चुराई है।
नदियों की जमीन पे खड़े किए मकान पेडों को काट जंगल किए वीरान। नदियों की जमीन पे खड़े किए मकान पेडों को काट जंगल किए वीरान।
नदियों की ज़मीन पे खड़े किए मकान पेड़ो को काट जंगल किए वीरान नदियों की ज़मीन पे खड़े किए मकान पेड़ो को काट जंगल किए वीरान
मैं हूँ बहुत हैरान परेशान हमारा सिस्टम नही देता ध्यान तालाब बन गए हैं मैदान हर बार बाढ़ बन... मैं हूँ बहुत हैरान परेशान हमारा सिस्टम नही देता ध्यान तालाब बन गए हैं मैद...