I'm Megha and I love to read StoryMirror contents.
पता नहीं फिर कब ऐसे हँसते-हँसते पूरी रात बितायेंगे, ये वो पल है जिन्हे हम भूल नहीं पायेंगे। पता नहीं फिर कब ऐसे हँसते-हँसते पूरी रात बितायेंगे, ये वो पल है जिन्हे हम भूल ...
हर मोह से अलगकर तूने अपना बनाया है दोस्त ने ही जीना सिखाया है साथ क्या होता है सिर्फ उसने जताया ह... हर मोह से अलगकर तूने अपना बनाया है दोस्त ने ही जीना सिखाया है साथ क्या होता ह...
'अकल पर पत्थर पड़े नहीं होते, मैदाने जंग मे पीठ नहीं होती, उनका हर वार सीना तने होता, इन्सानियत भी उ... 'अकल पर पत्थर पड़े नहीं होते, मैदाने जंग मे पीठ नहीं होती, उनका हर वार सीना तने ...