Reader, Poet, Vice president of "Anubhooti Foundation", Accountant
ये जो तूफान बन जाएँ, उड़ा देती है। ये जो तूफान बन जाएँ, उड़ा देती है।
वो इंसानियत का मर जाना लोगों की अस्मिता का चिर - हरण कलम की ताकत से परेशान होना उसे तोड़ना,मरोड़ना.... वो इंसानियत का मर जाना लोगों की अस्मिता का चिर - हरण कलम की ताकत से परेशान होन...
पप्पू भइया दिहिन सुनाई ई तौ गब्बर सिंह टैक्स है भाई जनता कै नुक्सान बहुत है व्यापरियन कै बहुतै ख... पप्पू भइया दिहिन सुनाई ई तौ गब्बर सिंह टैक्स है भाई जनता कै नुक्सान बहुत है ...
कभी शरारत कभी अडिगपन, कभी-कभी वो इठलाना कभी-कभी झट पट जा कर, माँ की गोदी में छुप जाना........ कभी शरारत कभी अडिगपन, कभी-कभी वो इठलाना कभी-कभी झट पट जा कर, माँ की गोदी में छुप...