साहित्य समाज का दर्पण होता है। हर साहित्यकार समाज की बुराईयों को दूर करने हेतु अपनी कलम का प्रयोग करे यही मेरी मंगल कामना है।
लड़ाई में सबको एक साथ मिल कर ही लड़ना होगा, तभी जीत संभव है लड़ाई में सबको एक साथ मिल कर ही लड़ना होगा, तभी जीत संभव है
साजन ने चिल्लाते हुए कहा " बस संदली, बहुत हुआ तुम अपनी सारी खुशियां सारे सपने सारे अरम साजन ने चिल्लाते हुए कहा " बस संदली, बहुत हुआ तुम अपनी सारी खुशियां सारे सपने सा...
घर जैसे सौरमंडल और चमक गया हो ये गांव रूपी सारा ब्रम्हांड। घर जैसे सौरमंडल और चमक गया हो ये गांव रूपी सारा ब्रम्हांड।
इस प्रकार जैसे जगमग हो गया सारा घर जैसे सौरमंडल और चमक गया हो ये गांव रूपी सारा ब्रम्हा इस प्रकार जैसे जगमग हो गया सारा घर जैसे सौरमंडल और चमक गया हो ये गांव रूपी सारा ...
दीपक जल उठे थे, नई नई रोशनी से मानो झिलमिला गया था सारा गांव और रोहन समझ रहा था। दीपक जल उठे थे, नई नई रोशनी से मानो झिलमिला गया था सारा गांव और रोहन समझ रहा था।