मैं गृहणी हूँ सोकिया लिखती हूँ मुझे साहित्य का कोई ज्ञान नहीं है।
शांति को सुकून था कि उसने उमंग के खून के दान का कर्ज चूका दिया। शांति को सुकून था कि उसने उमंग के खून के दान का कर्ज चूका दिया।
बारात लेकर दुल्हन आई और अपने दूल्हे को आश्रम से विदा कर घर ले आई! बारात लेकर दुल्हन आई और अपने दूल्हे को आश्रम से विदा कर घर ले आई!