कितनी राग़िब होती है एक खामोश शख्स की खामोशी..... अपने पराये सब पूछते है क्या बात खामोश क्यू हो..... #khan
दौर-ए-आशिकी मे बेहद गरीब रहे हैं सहाब...... दौर-ए-आशिकी मे बेहद गरीब रहे हैं सहाब......
तू तो हमकदम था,तू कब साया बन गया... मेने कब अजनबी कहा,तू क्यो पराया बन गया... तू तो हमकदम था,तू कब साया बन गया... मेने कब अजनबी कहा,तू क्यो पराया बन गया...