कविता में कवि,कवि से कविता
तरह तरह की संस्कृति तुझमें जो है विविधिता लिए एकता का सार तरह तरह की संस्कृति तुझमें जो है विविधिता लिए एकता का सार
मैं कलमकार संसद को भी दर्पण दिखलाने आया हूँ मैं कलमकार सबको जगाने आया हूँ। मैं कलमकार संसद को भी दर्पण दिखलाने आया हूँ मैं कलमकार सबको जगाने आया हूँ।
भारतमाता तेरा स्वर्णिम इतिहास देता हमे गौरवानुभव का अहसास तेरी गोद से अनेक वीरों ने जन्म है लिया ... भारतमाता तेरा स्वर्णिम इतिहास देता हमे गौरवानुभव का अहसास तेरी गोद से अनेक वीर...