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रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं, गुड रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं...
मेरा ठहरा हुआ वक्त कुछ और ठहर गया है, मेरा ठहरा हुआ वक्त कुछ और ठहर गया है,