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तू समंदर, मैं भटकी हुई प्यास हूँ। तू समंदर, मैं भटकी हुई प्यास हूँ।
वो कमी मेरे दर से कहाँ जाएगी ? वो कमी मेरे दर से कहाँ जाएगी ?
वैसे भी अब भुलना-भुलाना तो एक आदत सी हो गयी। वैसे भी अब भुलना-भुलाना तो एक आदत सी हो गयी।