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रुख़सार के तो जैसे सपने ही टूट गए थे , बस एक ही सवाल उसके मन मे घुमड़ रहा था .... क्या अब अम्मा की ब... रुख़सार के तो जैसे सपने ही टूट गए थे , बस एक ही सवाल उसके मन मे घुमड़ रहा था .......
खुले आसमान की वो आजाद परिंदा बनेगी। खुले आसमान की वो आजाद परिंदा बनेगी।