Iam uttrakhandi
गढ़भूमि क्या बुन्नी च, मां छौं तुमरी, जै मा पैदा हुयां तुम। गढ़भूमि क्या बुन्नी च, मां छौं तुमरी, जै मा पैदा हुयां तुम।
रीता पुड़या छन कुड़ी पुगड़ी सब, पदान जी बल देहरादून बसया छन। रीता पुड़या छन कुड़ी पुगड़ी सब, पदान जी बल देहरादून बसया छन।
स्वाणी धरती की अनवार बदलिगे, लोग बुन्ना गढ़वाल बदलिगे। स्वाणी धरती की अनवार बदलिगे, लोग बुन्ना गढ़वाल बदलिगे।
तुम भी सुणा, मिन मी सुणी, लोग बुन्ना समाज बदलीगे। तुम भी सुणा, मिन मी सुणी, लोग बुन्ना समाज बदलीगे।