reader, writer, poet
मैं उड़ती चिरैया आंगन की , अनजानी राह, अनजाने राही के साथ , मैं उड़ती चिरैया आंगन की , अनजानी राह, अनजाने राही के साथ ,
आज इस बात पर तुम इतराते हो, जिस वक्त को तुम अपना समझते हो, आज इस बात पर तुम इतराते हो, जिस वक्त को तुम अपना समझते हो,