A Retired Engineer now turned a litterateur (Hindi). - राजेश, वारासिवनी (म.प्र.) नगर में 13 अगस्त 1960 को, माँ चंद्रानी जैन की गोद में जन्मे, पिता मदनलाल जी जैन के ज्येष्ठ पुत्र हैं। गणित में प्रवीण होने से आपने 1982 में अभियांत्रिकी महाविद्यालय जबलपुर से, बी.ई (इलेक्ट.) उपाधि प्राप्त की थी।... Read more
Share with friendsजब हमारी दृष्टि दूसरों ने हमारे लिए 'क्या नहीं किया' के स्थान पर उन्होंने 'क्या किया' देखने में सक्षम हो जाती है तब हम अपने ही नहीं उनके भी "सुख" सुनिश्चित कर लेते हैं। rcmj
मनुष्य - मैं बचपन से नहीं डरता रोकटोक से डरता हूँ मैं युवावस्था से नहीं डरता युवा अपेक्षा से डरता हूँ मैं वृद्धावस्था से नहीं डरता वृद्ध उपेक्षा से डरता हूँ मैं मरने से नहीं डरता मृत्यु पूर्व कष्टों से डरता हूँ (नारी विशेष) मैं लड़की होने से नहीं डरती लड़की को देखने की दृष्टि से डरती हूँ
हमारी आस्थाओं, मान्यताओं को लेकर हमें इतना ही करना चाहिए कि हम दूसरों को इनका अच्छा होना बताएं। फिर उन पर छोड़ दें कि वे इस बारे में क्या सोचते हैं। हमें ऐसा कट्टर कभी नहीं होना चाहिए कि हम दूसरों को भी हमारी ही आस्था, मान्यता और विश्वास के समर्थन करने हेतु जोर जबरदस्ती से बाध्य करें। rcmj
"A life driven by creativity brings deeper happiness and fulfillment than one focused solely on fleeting pleasures." “सृजनात्मक प्रधान जीवन, भोग-उपभोग प्रधान जीवन से अधिक सुख-संतुष्टि प्रदान करता है” rcmj
हमें यह जान लेना चाहिए कि हम सभी विषयों, सारे कामों में होशियार नहीं हो सकते और यह भी जानना चाहिए कि दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं होता, जो सारे विषयों/कामों में हम से अधिक होशियार हो। rcmj