I'm Hassan and I love to read StoryMirror contents.
मगर इन्हीं सब सच्चाइयों का स्वाद चखने के लिए क्या हारना ज़रूरी था ? मगर इन्हीं सब सच्चाइयों का स्वाद चखने के लिए क्या हारना ज़रूरी था ?
याद है कब पिछली दफा, पापा को गले लगाया था और मम्मी के कांधे पर सर रखा था... याद है कब पिछली दफा, पापा को गले लगाया था और मम्मी के कांधे पर सर रखा था...