मैं एक राइटर हु,मैं कविता,गजल,कहानिया लिखता हूं,और ये मुझे बचपन से शौक है।
बचपन के लडक्कपन को छोड़ा तो उम्रदराजी हो गए। बचपन के लडक्कपन को छोड़ा तो उम्रदराजी हो गए।
क्यों रोते हो तुम आहें भरकर अभी बहा दूं झर-झर-झरने क्यों रोते हो तुम आहें भरकर अभी बहा दूं झर-झर-झरने