मेरा नाम रजनी शर्मा है। मैं एक भारतीय लेखिका हूँ। मैं एहसासों को कागज़ पर उतारकर उनको एक सम्पूर्ण आकर देने की पूरी कोशिश करती हूँ।
तुम रोशनी हो, तुम चाँद हो। मैं सुर्ख अंधेरा, और रात हूँ। तुम चार दीवारी का महल हो। मैं एक चिड़िया... तुम रोशनी हो, तुम चाँद हो। मैं सुर्ख अंधेरा, और रात हूँ। तुम चार दीवारी का महल...
अपने चेहरे से टकराने वाली उस धूप के इंतजार में। अपने चेहरे से टकराने वाली उस धूप के इंतजार में।