I'm Sweta and I love to read StoryMirror contents.
मैं अपने एकांत में खुश हूं अब न किसी के आने की ख़ुशी है न किसी के जाने गम है । मैं अपने एकांत में खुश हूं अब न किसी के आने की ख़ुशी है न किसी के जाने गम है ।
मंज़िलें उस वक़्त भी हुआ करती थी आज भी है बस मंज़िलों ने रास्ता बदल लिया पहले शाम होते ये घर क... मंज़िलें उस वक़्त भी हुआ करती थी आज भी है बस मंज़िलों ने रास्ता बदल लिया प...
दूसरों की खुशी का ख्याल रखते रखते खुद को भूलने लगी हूँ । ज़िन्दगी के दिये ज़िम्मेदारियों में क़ै... दूसरों की खुशी का ख्याल रखते रखते खुद को भूलने लगी हूँ । ज़िन्दगी के दिये ...
हाँ अब मुझे खामोश हो जाना चाहिये ये जो डर है लोगों को खो देने का, ये जो डर खुद की रूह को ... हाँ अब मुझे खामोश हो जाना चाहिये ये जो डर है लोगों को खो देने का, ये ...