तुम इतिहास उठा कर देखो, आज का वर्तमान देखो, हजारोँ लोगों ने जेल में दम तोड़ दिया, निर्दोष व्यक्तियों... तुम इतिहास उठा कर देखो, आज का वर्तमान देखो, हजारोँ लोगों ने जेल में दम तोड़ दिया...
बाकी भीड़ की तरह मैंने भी तमाशा देखना उचित समझा। बाकी भीड़ की तरह मैंने भी तमाशा देखना उचित समझा।