प्रेम जब बिछड़ जाए तब याद तो होती हैं ज़ेहन में लेकिन जब मुलाकत हो तो न कसक होती है न न बेचैनी बस एक म... प्रेम जब बिछड़ जाए तब याद तो होती हैं ज़ेहन में लेकिन जब मुलाकत हो तो न कसक होती ह...