मयूर समझ गया था की उसके पिताजी उसकी जड़ो को औऱ मजबूत करना चाहते है। मयूर समझ गया था की उसके पिताजी उसकी जड़ो को औऱ मजबूत करना चाहते है।
अम्मा घबराती भी क्यों न, अरे इसी सियासत ने तो उनके एक भाई की पार्टीशन के समय जान ले ली थी। ‘‘ जानती ... अम्मा घबराती भी क्यों न, अरे इसी सियासत ने तो उनके एक भाई की पार्टीशन के समय जान...