वो-तुम्हारी फिक्र है बी इसलिए, बाकी रखो भरोसा उसी पर आंखें खुली रखो। वो-तुम्हारी फिक्र है बी इसलिए, बाकी रखो भरोसा उसी पर आंखें खुली रखो।
तभी से सही मायने में सतयुग की कार्यशैली प्रारंभ होती है। उससे पहले वैसा होना संभव नहीं तभी से सही मायने में सतयुग की कार्यशैली प्रारंभ होती है। उससे पहले वैसा होना संभ...