वो यही तो करता है जब कभी किसी से रूठ जाता है तो नदी के किनारे जा बैठता है! वो यही तो करता है जब कभी किसी से रूठ जाता है तो नदी के किनारे जा बैठता है!
अब कमलनयनी को गौरीशंकर का स्पर्श विचलित कर गया था! अब कमलनयनी को गौरीशंकर का स्पर्श विचलित कर गया था!