समीना और नईम की नज़रें मिलतीं तो थीं लेकिन दोचार होने के बजाए झुक जातीं थीं। समीना और नईम की नज़रें मिलतीं तो थीं लेकिन दोचार होने के बजाए झुक जातीं थीं।